Varanasi: वाराणसी के सभी नाविक आज 6 जुलाई गुरुवार को हड़ताल पर हैं जिसकी वजह गंगा में चलाई जाने वाली वाटर टैक्सी को बताया जा रहा है। जिससे नाराज होकर नाविकों का समूह वाराणसी के 85 घाटों पर नाव का संचालन बंद कर दशाश्वमेध घाट पर महा पंचायत बुलाई हैं। बता दें कि प्रशासन नमोघाट और अस्सी घाट के बीच वाटर टैक्सी का संचालन शुरू करने जा रहा है। इसके लिए चार रूटों का चयन कर किराया तय कर दिया गया है। यह वाटर टैक्सी एक फेरे में 86 श्रद्धालुओं को गंगा के रास्ते गंतव्य तक पहुंचाएगी। पूरे दिन में दो वाटर टैक्सी 10 फेरे पूरे करेगी। काशी के नाविकों ने प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है।
सरकार हमसे हमारा पुश्तैनी रोजगार छीनने पर अमादा

नाविक समाज के नेता शम्भू साहनी कहा कि सरकार हमसे हमारा पुश्तैनी रोजगार छीनने पर आमादा है। सदियों से नाव संचालन के जरिए ही नाविक समाज अपने परिवार को भरण-पोषण करता आ रहा है। यह हमारा परम्परागत रोजगार है। हर घाट पर हमारी पारी होती है और उसी हिसाब से हमारा अपने समाज की ओर से घाट का आवंटन भी होता है।
गुजरात के भावनगर से मंगाई गई है वाटर टैक्सी
गुजरात के भावनगर से मंगाई गई 10 वाटर टैक्सी में दो को गंगा में संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है। नगर निगम ने अस्सी से नमो घाट, हरिश्चंद्र घाट से मणिकर्णिका घाट और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से अस्सी घाट और नमो घाट तक चार रूट तय किए गए हैं। सावन के पहले सोमवार से वाटर टैक्सियों का नियमित संचालन इन रूटों पर किया जाएगा। जलमार्ग प्राधिकरण ने भावनगर से मंगाई गई 10 वाटर टैक्सी वाराणसी जिला प्रशासन को दी थी। इसमें वाटर एंबुलेंस और शव वाहिनी के रूप में जलयानों को आरक्षित किया गया है।