G20 Summit PM Modi Speech: वाराणसी में तीन दिवसीय चल रही जी- 20 सम्मेलन में सोमवार को आयोजित विकास मंत्रियों की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़कर प्रतिनिधियों का स्वागत किया। इस दौरान पीएम ने संबोधित करते हुए कहा- काशी सदियों से ज्ञान, चर्चा, संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र रही है। पीएम मोदी ने कहा कि विकास को बनाए रखना सामूहिक जिम्मेदारी है। दुनिया के विकास में भारत हरसंभव मदद को तैयार है। भारत अपने अनुभव बांटने को तैयार है। दुनिया को बचाने के लिए पर्यावरण पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। हम नदियों, पेड़ों का सम्मान करते हैं।
काशी काम करने की ऊर्जा देती है
पीएम मोदी ने कहा कि काशी की आत्मा भारत की कालातीत परंपराओं से ऊर्जावान है। मुझे उम्मीद है कि आप अपना सारा समय मीटिंग रूम में नहीं बिताएंगे। आपको काशी की आत्मा को बाहर जाने, तलाशने और अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करता है।मैं ऐसा केवल इसलिए नहीं कहता कि काशी मेरा निर्वाचन क्षेत्र है। मुझे विश्वास है कि गंगा आरती और सारनाथ की यात्रा का अनुभव बिल्कुल अलग होगा। मैं एजेंडा 2030 को बढ़ावा देने और वैश्विक दक्षिण की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आपके विचार-विमर्श में सफलता की कामना करता हूं।

काशी तक पहुंचा जी 20 विकास का एजेंडा
उन्होंने आगे कहा- मुझे खुशी है कि जी 20 विकास एजेंडा काशी तक भी पहुंच गया है। विकास, वैश्विक दक्षिण के लिए एक प्रमुख मुद्दा है। वैश्विक दक्षिण के देश वैश्विक कोविड महामारी से उत्पन्न व्यवधान से गंभीर रूप से प्रभावित थे और भू-राजनीतिक तनाव के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट ने एक और झटका दिया है। ऐसी परिस्थितियों में आप जो निर्णय लेते हैं उसका बहुत महत्व होता है।
भारत में डिजिटलीकरण में एक क्रांतिकारी परिवर्तन
पीएम ने कहा, “डिजिटलीकरण की दुनिया में भारत एक क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है। जहां तकनीक का इस्तेमाल लोगों को सशक्त बनाने में किया जा रहा है। पीएम ने विदेशी डेलिगेट्स को बताया कि भारत में हमने 100 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुना है। ये विकासशील जिले थे। इनमें लोगों का जीवन बेहतर हो रहा है।