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Varanasi: प्राचीन मंदिरों के शहर काशी में विश्व का सबसे बड़ा इंटरनेशनल टेंपल्स कन्वेशन और एक्सपो 22 से 24 जुलाई तक वाराणसी स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में होगा। इसमें देश भर के 468 मंदिर प्रमुखों के साथ 30 देशों के 1600 मंदिरों के प्रतिनिधि महासम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस एक्सपो में हिन्दू, बौद्ध, जैन मंदिरों और गुरुद्वारों के करीब 1000 प्रबंधक मौजूद रहेंगे। इसके अलावा 600 मंदिरों के प्रतिनिधि वर्चुअल जुड़ेंगे। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान स्मार्ट टेंपल मिशन के साथ ही मंदिरों के लिए श्वेत पत्र भी जारी किया जाएगा।

देश और संस्कृति के लिए करें त्याग

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार सुबह दस बजे आयोजन का उद्घाटन किया। भागवत ने कहा, “हमें गली की छोटी-छोटी मंदिरों की सूची बनानी चाहिए। वहां रोज पूजा हो, सफाई रखी जाए। मिलकर सभी आयोजन करें। संगठित बल साधनों से संपूर्ण करें। मंदिरों को अपना-उनका छोड़कर एक साथ आगे आएं। जिसको धर्म का पालन करना है वो धर्म के लिए सजग रहेगा। निष्ठा और श्रद्धा को जागृत करना है। छोटे स्थान पर छोटे से छोटे मंदिर को समृद्ध बनाना है। समय आ गया है, अब देश और संस्कृति के लिए त्याग करें।”

केंद्रीय मंत्री बोले- भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाएंगे

मोहन भागवत से पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, “हर सनातन का घर एक मंदिर है। मंदिर ही ऊर्जा है। इन मंदिरों को जोड़कर भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाएंगे। मंदिरों को जोड़कर मानस को सांस्कृतिक रूप से एक करेंगे। मंदिर जुड़ेंगे तो मन भी जुड़ेंगे। हमारी संस्कृति भी जुड़ेगी। हमारे मंदिर केवल पूजा स्थल ही नहीं सेवा, चिकित्सा, शिक्षा का केंद्र रहे।

हर तीन साल में मंदिरों के महासम्मेलन की घोषणा

आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रसाद नारायण ने हर तीन साल में इसी तरह मंदिरों के महासम्मेलन कराने की बात कही। उन्होंने कहा, ” कामन मैन का पैसा कामन मैन तक पहुंचाया जाए। मंदिर के पैसों से मंदिरों का जीर्णोद्धार हो। जो लंगर गुरुद्वारे में चलता है, वो मंदिरों में भी चले। लंगर में भक्त प्रसाद और भूखे को भोजन मिलेगा। बुक बैंक, मेडिकल हेल्प, लंगर मैनेजमेंट करना होगा। स्वच्छता मंदिरों की प्राथमिकता होगी, फूल प्रसाद समेत सामग्री निस्तारण का फुल प्रूफ प्लान बनाया गया है जो परिवर्तन लाएगा।”

मंदिरों के महासम्मेलन की सभी सीटें फुल

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में 22 जुलाई से शुरू होने वाले मंदिरों के महासम्मेलन के लिए सभी सीटें फुल हो चुकी हैं। विश्व के सभी शीर्ष धर्मगुरु इस आयोजन में शामिल होंगे। अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई, कनाडा, मॉरीशस, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड समेत कई देशों के संत समाज और मंदिरों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। मंदिरों के 54 से अधिक वक्ता 32 से अधिक कार्यशालाओं को संबोधित करेंगे। तीन दिनों तक टेंपल मैनेजमेंट इकोसिस्टम पर मंथन होगा। सम्मेलन के लिए रुद्राक्ष की सभी 1200 सीटें फुल हो चुकी हैं।

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