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जयपुर. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की ओर से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) को लेकर दिए गए बयान के बाद राजस्थान की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. गहलोत के बयान के बाद उनके धुर प्रतिद्वंदी सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने उन पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा, ‘पहली बार देख रहा हूं कि कोई अपनी ही पार्टी के सांसदों और विधायकों की आलोचना कर रहे हैं। भाजपा नेताओं की तारीफ और कांग्रेस नेताओं का अपमान मेरी समझ से बाहर है। यह पूरी तरह गलत है।’

‘मुख्यमंत्री की बातों से लगता है कि उनकी नेता वसुंधरा राजे हैं, सोनिया गांधी नहीं। अपने नेताओं को खुश करने के लिए बहुत सारे लोग बहुत सारी बातें करते हैं, चुगली करते हैं। ऐसी बातें मुझसे भी की जाती हैं, लेकिन मैं मंच पर ये कहूं तो यह शोभा नहीं देता है।

अपने ही विधायकों पर बिकने का आरोप लगाना, विधायकों का अपमान

सचिन पायलट ने आगे कहा कि अपने ही विधायकों पर बिकने का आरोप लगाना गलत है. ये विधायकों और नेताओं की अपमान है. जिनके दम पर सीएम बने उन्हें ही बदनाम कर रहे हैं. मैं इन बेबुनियाद आरोपों को नकारता हूं.जिन लोगों की राजनीति पैसे के दम पर चलती आई हो, उन्हें ही हर चीज में पैसा दिखता है. वही बेबुनियाद आरोप लगाते हैं. आरोप लगाना आसान होता है, जनता को जवाब देना मुश्किल है

11 मई से अजमेर से निकालेंगे पदयात्रा
इस दौरान पायलट ने 11 मई से अजमेर स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय से जयपुर तक जन संघर्ष पदयात्रा निकालने का भी ऐलान किया. यह पदयात्रा पांच दिन की होगी. पायलट ने कहा कि मैं नाउम्मीद हूं. भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों पर कार्रवाई नहीं होगी. जनता भगवान है.

मेरे लगाए आरोपों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई
 सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने कार्रवाई करने की मांग की और धरने भी दिए इसके बाद भी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. अब मुझे समझ में आ गया है कि मुख्यमंत्री जी ने भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की.  सरकार गिराने के आरोप में मेरे खिलाफ मुख्यमंत्री ने राजद्रोह का केस दर्ज कराने का प्रयास किया. मेरे खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए, इसके बाद भी मैं पार्टी के साथ हूं और दिल्ली जाकर मैंने अपनी बात हाई कमान के सामने रखी. अगर मैं और कांग्रेस के कुछ विधायकों ने सरकार के खिलाफ साजिश रची और गहलोत जी के पास इसके सबूत हैं तो उनको सार्वजनिक करना चाहिए. इसके बाद हमारे खिलाफ केस दर्ज कर लेते. लेकिन सबूतों को सार्वजनिक नहीं किया.  

सीएम गहलोत का वो बयान जिस पर मचा है बवाल
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल अपनी सरकार को गिराने के प्रयासों को लेकर एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि पिछले साल जब पार्टी के विधायकों की बगावत की वजह से मेरी सरकार गिरने के कगार पर थी, तो मुझे उस समय बीजेपी नेता और राज्य की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे समेत उनकी पार्टी के तीन नेताओं का साथ मिला था. गहलोत ने आगे कहा कि जब भैरो सिंह शेखावत की सरकार थी और मैं कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था तब शेखावत की सरकार गिराने के लिए बीजेपी वाले मेरे पास आए थे, लेकिन मैंने मना कर दिया था. वहीं वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत के बयान को झूठा बताया था.

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