खरगोन : मध्य प्रदेश के खरगोन में मंगलवार सुबह एक बस 50 फीट ऊंचे पुल से गिर गई। हादसे में 22 यात्रियों की मौत हो गई। इनमें 3 बच्चे, 9 महिलाएं और 10 पुरुष हैं। बस डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे जा गिरी। नदी सूखी हुई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। 30 से अधिक घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया। सात घायलों को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
45 से ज्यादा यात्री सवार थे
बस क्रमांक एमपी 10-पी-7755 मां शारदा ट्रैवल्स की बताई जा रही है, जो खरगोन जिले से इंदौर जा रही थी। यह हादसा खरगोन-ठीकरी मार्ग पर हुआ। बस नदी पर बने पुल से गुजर रही थी, जब वह एकाएक नीचे गिर गई। जोर से आवाज आई और अफरा-तफरी मच गई। बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। हादसा दसंगा गांव के करीब हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस जवानों ने घायलों को बाहर निकलवाया और अस्पताल भिजवाया। घटना की सूचना मिलने के बाद विधायक रवि जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि रोजाना बसें ओवरलोड होकर तेज रफ्तार में गुजरती है। कई बार हमने बस वालों को टोका, लेकिन वह लोग दादागिरी करते हैं। कलेक्टर ने कहा कि बस में 45 से ज्यादा यात्री सवार थे। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बस तेज रफ्तार थी और ड्राइवर उस पर काबू नहीं रख सका और रैलिंग तोड़ते हुए बस सूखी नदी में जा गिरी।
खरगोन के सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह चौहान ने बताया कि 3 घायल यात्रियों की मौत जिला अस्पताल में हुई है। शुरुआत में 15 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने बताया कि 22 लोगों की मौत हुई है। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बस का रजिस्ट्रेशन और फिटनेस निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही एक और आदेश जारी किया है कि लंबी दूरी की बसों में दो ड्राइवर अनिवार्य रहेंगे।