Karnataka: कर्नाटक में मुख्यमंत्री को लेकर चले लंबे मंथन तथा चार दिन की मान-मनौव्वल और सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद अब कांग्रेस आलाकमान ने फैसला ले लिया है कि आखिर कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ढाई-ढाई साल के लिए पद संभालेंगे. कार्यकाल का पहला भाग सिद्धारमैया पास जाएगा. इस दौरान डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम होंगे। फैसला बुधवार देर रात केसी वेणुगोपाल के घर पर बैठक के बाद लिया गया। इसका ऑफिशियल ऐलान आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
सिद्धारमैया के नाम पर औपचारिक मुहर लगाने के लिए आज शाम सात बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इसके बाद कांग्रेस नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. माना जा रहा है कि शिवकुमार को मनाने के लिए छह अन्य विभागों की भी पेशकश की गई है. हालांकि, इसपर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
बताया जा रहा है कि खड़गे और राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में एक बैठक में डीके शिवकुमार को दो प्रस्ताव दिए थे. सूत्रों ने बताया कि दो घंटे तक चली बैठक बेनतीजा रही और शीर्ष पद के दावेदार ने दोनों विकल्पों को ठुकरा दिया. इसके बाद शाम को फिर एक बैठक हुई. सूत्रों ने कहा कि पहला विकल्प शिवकुमार को उनके वर्तमान पद के साथ-साथ राज्य की पार्टी इकाई का नेतृत्व करने के लिए उपमुख्यमंत्री का पद देना था. इसके साथ ही उन्हें उनकी पसंद के छह मंत्रालयों की भी पेशकश की गई थी. इस प्रस्ताव ने सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंचने के लिए पार्टी के ‘एक व्यक्ति एक पद’ नियम का संकेत दिया. एक व्यक्ति एक पद का नियम राहुल गांधी द्वारा लागू किया गया था, जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी अध्यक्ष के लिए खड़े होने के लिए कहा गया था. वर्तमान में खड़गे इस पद पर काबिज हैं
डीके शिवकुमार के सामने 2 विकल्प था. इस विकल्प में शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच सत्ता का बंटवारा करने का प्रस्ताव रखा गया. सूत्रों ने कहा कि इसके तहत, सिद्धारमैया को दो साल के लिए शीर्ष पद मिलना था, और तीन साल के लिए शिवकुमार को सीएम की कुर्सी मिलनी थी. लेकिन सूत्रों ने कहा कि न तो शिवकुमार और न ही सिद्धारमैया दूसरे विकल्प के साथ जाने के लिए तैयार थे. शिवकुमार पिछले चार वर्षों में अपने काम का हवाला देते हुए शीर्ष पद की मांग कर रहे हैं. इसमें अपने विधायकों के एक समूह के चार साल पहले एचडी कुमारस्वामी के साथ गठबंधन सरकार को गिराने के बाद पार्टी का पुनर्निर्माण करना, और फिर इसे भारी जनादेश की ओर ले जाना शामिल है.
सोनिया की बातचीत के बाद डीके राजी हुए
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, देर रात सोनिया गांधी ने डीके से बातचीत की। इसके बाद ही सीएम पद के लिए अड़े डीके मान गए। ऐसा बताया जा रहा है कि इसका ऑफिशियल ऐलान आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद डीके सीएम बनेंगे
शिवकुमार 50-50 फॉर्मूले पर राजी हुए हैं। पहले ढाई साल सिद्धारमैया सीएम रहेंगे और बाद के ढाई साल डीके। यानी डीके लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, अब कर्नाटक का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसका नाम तय नहीं है।