दुनिया के 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के विकास मंत्री सहित करीब 200 मेहमान मंगलवार को बुद्ध के उपदेश स्थली सारनाथ पहुंचे। वहां भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ, प्राचीन खंडहर, स्मारकों, गुप्तकालीन धमेख स्तूप, उपदेश स्थल और संग्रहालय आदि को देखा। इस मौके पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भी साथ में मौजूद थे।
115 गाइड ने सारनाथ विजिट कराया, प्राचीनता बताई

विदेश मंत्री ने सारनाथ म्यूजियम में G-20 डेलीगेट्स को अशोक स्तंभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा, इसी का प्रतिरूप नए संसद भवन के ऊपर लगाया गया है। आधिकारिक गाइड्स ने बताया कि अशोक स्तंभ चुनार के लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है। इसके बाद डेलीगेट्स ने म्यूजियम के अंदर बुद्ध की कई गुप्तकालीन प्राचीन मूर्तियां देखी। यूपी सरकार की ओर से नियुक्त 115 गाइड्स ने भी सारनाथ विजिट के दौरान डेलीगेट्स को यहां की प्राचीनता और संस्कृति के बारे में जानकारियां दी।
होटल से सारनाथ तक बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर

जी 20 देशों के 200 डेलिगेट्स जिस होटल में रुके हुए हैं वहां से सारनाथ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। कोई भी वाहन इस रास्ते से नहीं गुजर पाएंगे। आशापुर चौराहे से सिंहपुर अंडरपास तिराहे तक नो इंट्री जोन घोषित किया गया है। साथ ही शहर में अन्य मार्गों पर भी रूट डायवर्जन की व्यवस्था लागू रहेगी। वीवीआईपी वाहनों की पार्किंग चौकी सारनाथ म्यूजियम से लेकर धम्म स्तूप मेन गेट तक व साइबर थाना परिसर में है।वहीं, सामान्य पार्किंग रंगोली तिराहा से महाबोधि इंटर कॉलेज तक दाहिनी तरफ है।
अद्भुत स्मृतियों को साथ लेकर चल रहे’

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, सारनाथ दर्शन की अद्भुत स्मृतियों को साथ लेकर हम लोग आज वाराणसी लौट रहे हैं। कल G-20 ने लाइफ स्टाइल फॉर सस्टनेबल डेवलपमेंट पर सहमति बनी। यह वास्तव में जीवनदायिनी मां गंगा की ही प्रेरणा है। उत्तर प्रदेश सरकार का उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए आभार।

G-20 देशों के प्रतिनिधियों ने भारत के महिला सशक्तीकरण के प्रयासों को खूब सराहा

भारत में महिला सशक्तीकरण के प्रयासों को विस्तार से बताया गया। सभी महिलाओं और लड़कियों को उनकी पूरी क्षमता का एहसास कराने के लिए सशक्त बनाना होगा। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान, मिशन पोषण, उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन, सुकन्या समृद्धि योजना, और परिवर्तनकारी प्रधानमंत्री जन धन योजना जैसी पहल ने भारतीय महिलाओं के जीवन को बदल दिया है। भारत के इन प्रयासों को जी20 देशों के प्रतिनिधियों ने खूब सराहा।
