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Maharashtra : महाराष्ट्र में सियासी हलचल अभी भी मची हुई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के भीतर चल रहा सत्ता संघर्ष अब संख्या के सवालों पर सिमट गया है. जिसमें महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार इस नंबर गेम में आगे नजर आ रहे हैं. शरद पवार की तुलना में अजित पवार के पास एनसीपी विधायकों का अधिक समर्थन है. बीते बुधवार को शरद पवार और उनके बागी भतीजे अजित पवार की ओर से बुलाई गई दो बड़ी-बड़ी बैठकों के बाद पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न की लड़ाई अब चुनाव आयोग की चौखट पर पहुंच गई है. वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार दिल्ली पहुंच गए हैं. उन्होंने यहां राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. उनके साथ सुप्रिया सुले भी पहुंची हैं.

अजीत पवार ने बताया अपना दर्द

मुंबई के बांद्रा में हुए बैठक में बोलते हुए अजित पवार ने अपना दर्द बताया तो इच्छा भी जाहिर की. अजित पवार ने कहा, मैंने पांच बार डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली है, जो एक रिकॉर्ड है, लेकिन गाड़ी यहीं रुक गई है. अजित पवार ने कहा कि मुझे दिल से लगता है कि मझे राज्य का प्रमुख (मुख्यमंत्री) बनना चाहिए. मेरे पास कुछ प्लान हैं, जिन्हें मैं कार्यान्वित करना चाहता हूं और उसके लिए मुख्यमंत्री बनना जरूरी है.

अजीत पवार की मीटिंग में 32 एनसीपी विधायकों ने लिया हिस्सा

दोनों गुटों के सूत्रों ने बताया कि अजित पवार समूह द्वारा बुलाई गई बैठक में राकांपा के 53 विधायकों में से 32 ने भाग लिया, जबकि राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा संबोधित सम्मेलन में 15 विधायक मौजूद थे. अलग-अलग बैठकों को संबोधित करते हुए, 24 साल पुरानी पार्टी में 2 जुलाई के विभाजन के बाद यह पहली बैठक थी, जिसमें शरद पवार ने शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के लिए अपने भतीजे अजीत पवार की आलोचना की.

एनसीपी के दफ्तर के बाहर लगा नया पोस्टर

दिल्ली में एनसीपी के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर हटा दिए गए हैं. इन पोस्टर पर शरद पवार के साथ अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल की तस्वीर लगी थी. इसके साथ ही गद्दार लिखा हुआ नया पोस्टर जारी किया गया है. नए पोस्टर में लिखा गया है, “सच और झूठ की लड़ाई में पूरा देश शरद पवार साहेब के साथ है और भारत देश का इतिहास है कि इसने कभी धोखा देने वाले को माफ नहीं किया।”

अजित पवार को बनाया गया एनसीपी अध्यक्ष- गुट का दावा

बुधवार को अजित पवार गुट की तरफ से बयान जारी कर जानकारी दी है कि निर्वाचन आयोग को एक हलफनामे के जरिए सूचित किया गया है कि अजित पवार को बीती 30 जून को एनसीपी के सदस्यों के बहुमत की ओर से हस्ताक्षरित एक प्रस्ताव के माध्यम से एनसीपी प्रमुख चुना गया है. 

अजित पवार से मिले रामदास आठवले

केंद्रीय मंत्री और आरपीआई चीफ रामदास आठवले ने अजित पवार से मुलाकात की है. उन्होंने बताया, मैं आज अजित पवार से मिला. उन्होंने सही निर्णय लिया है. मैं कई वर्षों से उनके साथ हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी को साथ लेकर चल रहे हैं.’ चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो या दलित, पीएम मोदी को सभी का समर्थन प्राप्त है. अजित पवार ने मुझे बताया कि उनके मन में यह विचार काफी समय से था. बीजेपी के साथ आने के लिए 2-3 बैठकें (एनसीपी के भीतर) भी हुईं लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला.

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