नई दिल्ली. भारत और फ्रांस के (France) बीच संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करने वाली सफल यात्रा के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर बैठक करने के लिए एक दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर अबू धाबी पहुंचे. पीएम मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद के साथ बातचीत की. पीएम सुबह 10.45 बजे यूएई पहुंचे, जहां अबू धाबी एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया गया. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी. भारतीय समयानुसार दोपहर 3.20 बजे लंच का आयोजन होगा. पीएम मोदी शाम 4.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे.

PM बनने के बाद ये उनका 5वां UAE का दौरा है। 2019 में PM मोदी को UAE ने अपने सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया था। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर चर्चा होगी। भारत और UAE काफी समय से डॉलर छोड़ दिरहम और रुपए में व्यापार करने के समझौते पर डिस्कस कर रहे हैं।
हमारी आर्थिक साझेदारी मील का पत्थर
एक इंटरव्यू में जेयूदी ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) विकास और अवसर के एक नए युग को आकार देने के लिए किया गया था। सीईपीए भारत और यूएई के बीच 18 फरवरी, 2022 को हस्ताक्षरित एक समझौता है और यह 1 मई, 2022 को लागू हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। भारत और यूएई के बीच सीईपीए की सफलता के बारे में बोलते हुए डॉ थानी अल जेयूदी ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते को दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाएगा।
ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा और रक्षा जैसे मुद्दों पर होगी बातचीत
संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान पीएम मोदी वहां के शीर्ष नेतृत्व के साथ खासतौर पर ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा एवं रक्षा जैसे मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं. इस दौरान दोनों रणनीतिक साझेदार देश एक ऐतिहासिक व्यापार समझौते पर हुई प्रगति की समीक्षा भी करेंगे. दोनों देशों के बीच आर्थिक भागीदारी को नयी गति देने वाले वृहद आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर कोविड-19 महामारी के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे.
संयुक्त अरब अमीरात में प्रवासी भारतीय समुदाय सबसे बड़ा जातीय समुदाय है और देश की कुल आबादी में उसकी तकरीबन 30 फीसदी हिस्सेदारी है. संयुक्त अरब अमीरात के रिकॉर्ड के अनुसार, 2021 में देश में प्रवासी भारतीय नागरिकों की संख्या लगभग 35 लाख थी.
UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार
UAE भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार है। इसमें UAE ने भारत से 2 लाख करोड़ रुपए का इम्पोर्ट किया है।भारत का UAE के साथ वित्तिय घाटा है। यानी भारत UAE से आयात ज्यादा करता है और निर्यात कम। भारत ने वित्तवर्ष 2022-23 में UAE से 4 लाख करोड़ रुपए का इंपोर्ट किया है। UAE को भारत के प्रमुख एक्सपोर्ट में पेट्रोलियम प्रोडक्ट, मेटल, स्टोन, जेम्स एंड ज्वैलरी, मिनरल्स, फूड आइटम जैसे अनाज, चीनी, फल और सब्जियां, चाय, मांस और सीफूड, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग मशीनरी प्रोडक्ट और कैमिकल्स शामिल हैं।