Varanasi : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विभिन्न विभागों के शोध छात्रों ने फेलोशिप की बढ़ोत्तरी का मुद्दा गुरुवार को पुरजोर तरीके से उठाया। शोध छात्रों का कहना है कि उनको 8 हजार रुपए नॉन नेट फेलोशिप मिलता है, जिसको बढ़ाकर 25 हजार रुपए तक किया जाए। छात्रों ने इसी मांग को लेकर आधे घंटे तक विरोध दर्ज कराया और गुरुवार को सेन्ट्रल ऑफिस का घेराव किया।

छात्रों का समूह नॉन नेट फेलोशिप में वृद्धि को लेकर कुलपति को ज्ञापन देने पहुंचा था। लेकिन उन्हें प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने बाहर ही रोक दिया। इसके बाद छात्रों ने गेट पर ही विरोध दर्ज कराया। जिसके बाद डीन ऑफ स्टूडेंट डॉ. एके नेमा छात्रों के बीच पहुंचे और उन्होंने छात्रों के ज्ञापन को लेकर उस पर विचार करने की बात कही। इसके बाद छात्रों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म किया।
8 हजार से 25 हजार बढ़ाने के लिए अर्जी की
विरोध दर्ज करा रही एक छात्रा ने कहा कि रिसर्च स्कॉलर की फेलोशिप लगातार बढ़ रही है। लेकिन नॉन नेट फेलोशिप कोई वृद्धि नहीं हो रही है। हम सभी उम्मीद लगा कर आए थे कि हम अपने कुलपति से अपनी बातों को करेंगे। लेकिन उनसे मुलाकात नहीं करने दिया गया।
वहीं, एक छात्र ने बताया कि हमारी मांग हैं कि हमारे नॉन नेट फेलोशिप में वृद्धि किया जाये। विश्वविद्यालय द्वारा 2006 से सिर्फ 8 हजार रूपए ही दिए जा रहे हैं। अन्य विश्वविद्यालय ने अपने नॉन नेट फेलोशिप में वृद्धि कर दिया गया है। लेकिन बीएचयू में वृद्धि नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महंगाई के साथ-साथ छात्रों की जरूरत अन्य जरूरतों में वृद्धि होती है। कुछ छात्र अपने घर का भी खर्चा उठाते हैं। हम चाहते हैं विश्वविद्यालय हमारे बातों को सुनें और फेलोशिप में वृद्धि करें।