New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी स्थित प्रगति मैदान के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र परिसर (IECC) यानी ‘भारत मंडपम’ में अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे. यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू होगा. इस 2 दिनों के समागम का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के शुभारंभ की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ‘पीएमश्री योजना’ (PM SHRI Scheme) के तहत धनराशि की पहली किस्त जारी करेंगे. ये स्कूल छात्रों का इस तरह से विकास करेंगे कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (National Education Policy-NEP) की परिकल्पना के मुताबिक एक समतापूर्ण, समावेशी और बहुलवादी समाज के निर्माण में शामिल होने के साथ ही काबिल और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले नागरिक बनें.

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी. पीएमओ के बयान के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ‘पीएम श्री योजना’ के तहत धन की पहली किस्त जारी करेंगे. इस योजना के तहत केंद्र सरकार व राज्य सरकारों के साथ ही स्थानीय निकायों द्वारा प्रबंधित स्कूलों में से मौजूदा स्कूलों को मजबूत करके 14,500 से अधिक पीएम श्री स्कूलों की स्थापना का प्रावधान है.
जानें क्या है पीएम श्री योजना
पीएम SHRI (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के 14,500 पुराने स्कूलों का अपग्रेडेशन करके स्मार्ट और आधुनिक विद्यालय में बदलना है, ताकि इन स्कूलों को नया स्वरुप प्रदान कर बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ा जा सके। पीएम श्री योजना के तहत अपग्रेड किए गए पीएम श्री स्कूलों में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी की झलक दिखाई देगी तथा आगे चलकर यह अनुकरणीय स्कूल की तरह काम करेगा।
कुल 16 सत्र होंगे शामिल
अखिल भारतीय शिक्षा समागम में सोलह सत्र शामिल होंगे, जिनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शासन तक पहुंच, न्यायसंगत और समावेशी शिक्षा, सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित समूह के मुद्दे, राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग फ्रेमवर्क, भारतीय ज्ञान प्रणाली, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण समेत अन्य विषयों पर चर्चा होगी।
पांच सालों में स्कूलों में खर्च होंगे 27,360 करोड़ रुपए
वर्ष 2022-23 से 2026 तक 5 सालों के लिए 27,360 करोड़ रुपये की लागत से पीएम श्री योजना प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा। पीएम श्री स्कूल के अंतर्गत चयनित स्कूल अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य स्कूलों को मेंटरशिप प्रदान कर उनका नेतृत्व करेंगे। पीएम श्री स्कूल को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें सौर पैनल और एलइडी लाइट, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण से संबंधित परम्पराओं को शामिल किया जाएगा।