Manipur Violence : मणिपुर में हो रही हिंसा को अब 3 महीने पूरे होने वाले हैं. विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और सरकार से मणिपुर को लेकर जवाब मांग रहा है. इसी क्रम में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के घटक दलों के 20 सांसद आज से मणिपुर का दो दिवसीय दौरा करेंगे. मणिपुर में ये सांसद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की जमीनी स्थिति का आकलन करने के बाद समस्याओं के समाधान के बारे में सरकार तथा संसद को अवगत कराएंगे.

उन्होंने कहा, ‘यह सही है कि हिंसा प्रभावित जगहों पर जाना हमारे लिए मुश्किल है लेकिन हम राज्य में जारी हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात राहत कैंप में जाकर उनसे मुलाकात करेंगे. हम यह देखेंगे कि हिंसा से प्रभावित हुए लोगों के लिए सरकार आखिर क्या कर रही है. सरकार ने अब तक उनके लिए क्या किया है. हम संसद में मणिपुर के लोगों की बात रख सकें इसलिए हम वहां जा रहे हैं.’
मणिपुर जाने से पहले क्या बोले विपक्षी दलों के सांसद?
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हम लोग मणिपुर का दुख और पीड़ा जानने जा रहे हैं. मणिपुर का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है. मणिपुर में जातीय दंगा हो रहा है. दूसरे राज्य भी इसमें शामिल हो रहे है. सरकार मणिपुर को लेकर सीरीयस नहीं है. मुझे लगता है की बहुत जगह हमलोगों को जाने भी नहीं दिया जायेगा. सरकार मणिपुर पर बहुत कुछ छुपा रही है.
मणिपुर में हालात भड़काने से बाज आए विपक्ष: भाजपा
भाजपा ने विपक्षी दलों के मणिपुर दौरे की आलोचना करते हुए कहा कि मणिपुर की स्थिति खराब करने से बाज आएं। पार्टी ने आरोप लगाया कि संसद में हंगामा के बाद अब राज्य में विपक्ष हंगामा कराने की ताक में है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर ने प्रसाद ने कहा कि उन्हें विपक्षी नेताओं के हिंसाग्रस्त मणिपुर जाने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें वहां स्थिति को भड़काना नहीं चाहिए। भाजपा के सांसद रवि किशन ने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान और चीन भी जाना चाहिए, जहां उनकी बहुत मांग है। उन्होंने कहा कि संसद वाला तनाव वे वहां भी पैदा करना चाहते हैं। लेकिन मुद्दे की संवेदनशीलता को उन्हें समझना चाहिए।
कौन-कौन सांसद मणिपुर के दौर पर जा रहे हैं?
- अधीर रंजन चौधरी- कांग्रेस
- गौरव गोगोई- कांग्रेस
- सुष्मिता देव- टीएमसी
- महुआ माझी- जेएमएम
- कनिमोझी- डीएमके
- मोहम्मद फैजल- एनसीपी
- जयंत चौधरी- आरएलडी
- मनोज कुमार झा- आरजेडी
- एनके प्रेमचंद्रन- आरएसपी
- टी थिरुमावलन- वीसीके
- राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह- जेडीयू
- अनील प्रसाद हेगड़े- जेडीयू
- एए रहीम- सीपीआई-एम
- संतोष कुमार- सीपीआई
- जावेद अली खान- सपा
- ईटी मोहम्मद बशीर- आईएमएल
- सुशील गुप्ता- आप
- अरविंद सावंत- शिवसेना (उद्धव गुट)
- डी रविकुमार- डीएमके
- फूलो देवी नेताम- कांग्रेस