Varanasi : वाराणसी कमिश्नरी कार्यालय के नए भवन की कवायद शुरू हो गयी है। यह एक ट्विन टावर बेस्ड कार्यालय होगा। इनकी पहचान प्रदेश की आइकॉनिक बिल्डिंग के तौर पर होगी। ट्विन टावर में कॉन्फ्रेंस हॉल, ओपन ऑफिस, क्यूबिकल ऑफिस और स्टोरेज की व्यवस्था होगी। साथ ही बैंक, जिम, कैफेटेरिया और पार्किंग भी बनाई जाएगी। बिल्डिंग का निर्माण विकास प्राधिकरण खुद कराएगा। ट्विन टावर निर्माण के बाद जिले में संचालित 44 सरकारी कार्यालयों को इसमें विस्थापित किया जाएगा। इस आशय का दिशा निर्दश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में दिया। वाराणसी के कमिश्नरी भवन निर्माण और डिजाइन बनाने के लिए आईआईटी बीएचयू का भी सहयोग लिया जाएगा।

एकीकृत मंडलीय कार्यालय का निर्माण काफी दिनों से अटका पड़ा है। पहले इसे पीपीपी मॉडल पर बनाया जाना था। खर्च अधिक आने के कारण प्रस्ताव को बदला गया। विकास प्राधिकरण इसका निर्माण स्वयं कराएगा। निर्माण मॉडल में बदलाव के बाद अब 22 हजार वर्ग मीटर यानी 5.5 एकड़ जमीन में ट्विन बिल्डिंग बनेगी।भूमिगत पार्किंग भी बनाई जाएगी। इसे सर्किट हाउस परिसर में बने भूमिगत पार्किंग से जोड़ा जाएगा। इसमें 38.84 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हाल ही में हुई वीडीए बोर्ड की बैठक में भी प्रस्ताव को स्वीकृति मिली।
जनता को भटकना नहीं पड़ेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए हमें सभी कार्यालयों को एक जगह पर लाना है। एकीकृत कमिश्नरी कार्यालय का उद्देश्य यह है इससे सभी विभागों की मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी। एक छत के नीचे सभी कार्यालयों के होने से जनता को भटकना नहीं पड़ेगा। वाराणसी और गोरखपुर कमिश्नरी कार्यालयों को हमें एक मॉडल के तौर पर पेश करना है। इससे जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश जाएगा।