Varanasi News : वाराणसी में आंखों का संक्रमण कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) काफी फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों पर हर दिन आंखों में लालीपन, चुभन और खुजली की समस्या लिए लोग पहुंच रहे हैं। हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो तीन दिनों से हर दिन 30 से 40 मरीज आई फ्लू के पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सतर्क रहने के लिए कहा है साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपाय बता जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने चिकित्सा अधीक्षक व स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं जिला स्तरीय अस्पतालों में आई फ्लू से संबंधित आई ड्रॉप औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। किसी भी व्यक्ति को दवा से संबंधित समस्याओं का सामना न करना पड़े। सीएमओ ने निर्देश दिया है कि ओपीडी में आने वाले मरीजों को पूरी तरह संतुष्ट कर ही वापस भेजें।

ये हैं लक्षण
आई फ्लू का संक्रमण होने पर आंख में तेज दर्द, लालिमा होना, पानी के साथ चिपचिपा पीला पदार्थ आना, खुजली होना, धुंधला दिखाई देना, जलन होना, देखने में परेशानी होना, आंखों का चिपकना और आंख में कुछ चले जाने जैसा महसूस होता है।
आई फ्लू होने पर ऐसे करें बचाव
- अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुएँ।
- अपने हाथों को जरूर धोएं।
- अपनी निजी चीजों जैसे तौलिया, रूमाल, तकिया, आई कॉस्मेटिक (आंखों के मेकअप) आदि को किसी से साझा न करें।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनायें।
- संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल की चीजें इस्तेमाल न करें।
- ज्यादा भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
आई फ्लू के दौरान ऐसे बरतें सावधानी
- टीवी या मोबाइल से खुद को दूर रखें।
- रोजाना इस्तेमाल किये जाने वाले रुमाल या तौलिया को नियमित रूप से बदले एवं साफ रुमाल तौलिया ही इस्तेमाल करें।
- समय-समय पर हाथों को साबुन से धोए और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- हर एक आधे घंटे में आंखों को ठंडे पानी से धोयें।
- चश्मे का इस्तेमाल करें।
- आंखों को बार-बार हाथों से न छुएं।