Varanasi News : वाराणसी के ज्ञानवापी में आज ASI की टीम के सर्वे का 22वां दिन है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम सुबह साढ़े 8 बजे काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार से ज्ञानवापी में दाखिल हुई। शाम पांच बजे तक सर्वे होगा। त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच टीम परिसर में ऐतिहासिक संभावनाएं तलाशने उतरी है। जिला जज के आदेश और सुप्रीमकोर्ट-हाईकोर्ट की सहमति के बाद एएसआई के अधिकारी सर्वे कर रहे हैं। अब तक अब तक 21 दिन में 130 घंटे का सर्वे पूरा हो चुका है।

शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच एएसआई की 40 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी पहुंची। मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद टीम के सदस्यों को अंदर प्रवेश दिया गया। मुख्य गेट पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पैरामिलिट्री और एनएसजी और एटीएस समेत कमिश्नरेट पुलिस की टीमों की तैनाती है। दो दिन में कानपुर की टीम आकर जीपीआर के लिए कवायद करेगी।
ज्ञानवापी के सर्वे में शामिल हुई हैदराबाद की जीपीआर टीम
ज्ञानवापी के सर्वे में हैदराबाद की ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) की टीम निर्धारित मानकों पर कार्रवाई कर रही है। जल्द ही जीपीआर तकनीक से सर्वे शुरू हो सकता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने 21 वें दिन गुरुवार को भी ज्ञानवापी में सर्वे का काम जारी रखा। कड़ी सुरक्षा के बीच टीम काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के पास पहुंची, फिर ज्ञानवापी परिसर तक गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के अनुसार दोनों पक्षों और उनके अधिवक्ताओं की मौजूदगी में सर्वे का काम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। सर्वे का काम पूरा होगा, फिर एएसआई रिपोर्ट जिला जज की अदालत के समक्ष पेश करेगी।
टीम ने चार सेक्टर में बांटा परिसर
ज्ञानवापी परिसर को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश, अंदर मिलने वाली आकृतियों और दीवारों की कलाकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। दो टीमें तहखाने और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी है। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।