पुलवामा: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. दक्षिण कश्मीर के इस जिले में 5 किलो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के साथ एक आतंकवादी के सहयोगी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बड़ी त्रासदी टालने का दावा किया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस ओजीडब्ल्यू की पहचान इश्फाक अहमद वानी के रूप में हुई है.
राज्य पुलिस ने एक तलाशी अभियान के दौरान इस ओजीडब्ल्यू को पुलवामा के अरिगाम इलाके से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए उग्रवादी सहयोगी के खुलासे के आधार पर 5-6 किलोग्राम वजन का एक पूर्वनिर्मित आईईडी बरामद किया गया. पुलिस ने कहा कि आने वाले दिनों में जी20 बैठक से पहले सुरक्षा बलों के वाहनों पर हमले के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया जाना था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. फिलहाल, पुलिस ने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है.
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों को पकड़ने के लिए शुक्रवार को शुरू हुआ व्यापक तलाशी अभियान रविवार को भी जारी रहा. जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ मिलकर चलाए जा रहे भारतीय सेना के आतंकवाद विरोधी ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के दौरान 5 मई को पांच जवान शहीद हो गए थे. राजौरी के आतंकी हमले के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राजौरी में 25 इन्फैंट्री डिवीजन के मुख्यालय का दौरा किया था. इसके दौरान उन्होंने भारतीय सेना की तैयारियों और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया. राजनाथ सिंह के साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा भी थे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद सैनिकों के प्रति संवेदना जताई और चुनौतीपूर्ण हालात में काम करते हुए सैनिकों की वीरता और उत्साह की सराहना की.राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘कठिन और दुर्गम इलाकों में सेना के निरंतर सतर्कता और बलिदान के कारण देश सुरक्षित महसूस करता है.