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Karnataka Vidhan Sabha Chunav 2023: कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बननी तय है। अब तक की काउंटिंग में पार्टी 130 से ज्यादा सीटें जीतते दिख रही है। प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार इसकी भविष्यवाणी पहले ही कर चुके थे।

वोटिंग से पहले शिवकुमार ने कहा था, ‘कर्नाटक में हिजाब-हलाल और बजरंगबली जैसे मुद्दे नहीं चलेंगे। हम प्राउड कन्नड़ हैं, सरकार चलाना जानते हैं, बाहरियों की जरूरत नहीं है। कर्नाटक BJP के लिए क्लोज चैप्टर है। उसकी सरकार और PM मोदी फेल हो गए हैं।’

शिवकुमार ने दावा किया था कि कांग्रेस 140 सीटें जीत रही है। हालांकि सीटें दावे से अभी थोड़ा पीछे लग रही हैं। पर बहुमत के लिए काफी हैं। शिवकुमार ने कहा था कि JDS से गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ेगी।

शिवकुमार कांग्रेस के पॉलिटिकल मैनेजर कहे जाते हैं, इसलिए CM पद के लिए उनकी दावेदारी भी मजबूत है। कांग्रेस ने अब तक CM फेस तय नहीं किया है, लेकिन सीनियर लीडर सिद्धारमैया के साथ शिवकुमार इस रेस में हैं। उन्होंने रामनगर जिले की कनकपुरा सीट से चुनाव लड़ा और फिलहाल 75 हजार से ज्यादा वोटों से आगे हैं।

जीत पक्की होने के बाद शिवकुमार ने कहा, ‘मैं पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्रेय देता हूं, जिन्होंने इतनी मेहनत की है। लोगों ने झूठ का पर्दाफाश किया है… मैंने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को जीत का भरोसा दिया था। मैं भूल नहीं सकता जब सोनिया गांधी मुझसे जेल में मिलने आई थीं। तब मैंने पद पर रहने के बजाय जेल में रहना चुना, पार्टी को मुझ पर इतना भरोसा था।’

वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि हम 130 सीटों को भी पार कर लेंगे, यह कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत है. कर्नाटक के लोग बदलाव चाहते थे क्योंकि वे बीजेपी सरकार से तंग आ चुके थे. ऑपरेशन ‘लोटस’ पर बीजेपी ने खूब पैसा खर्च किया. राहुल गांधी की पदयात्रा ने पार्टी के कैडर को उत्साहित करने में भी मदद की.

उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधानसभा चुनाव में हार मान ली है, हालांकि शनिवार को चुनाव परिणामों की अंतिम घोषणा का इंतजार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में वापसी करेगी. उन्होंने कहा, हम लोकसभा चुनाव में वापसी करेंगे.

उन्होंने कहा, हमारे प्रधानमंत्री से लेकर कार्यकर्ताओं तक सभी के द्वारा किए गए बहुत प्रयासों के बावजूद हम चुनाव में अपनी छाप नहीं छोड़ पाए. कांग्रेस छाप छोड़ने में सफल रही. परिणाम घोषित होने के बाद हम विश्लेषण के लिए बैठेंगे. एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में, हम अंतराल और कमियों का विश्लेषण और पहचान करेंगे और उनमें सुधार करेंगे. सीएम बोम्मई ने कहा, हम इस नतीजे को सकारात्मक रुप से लेंगे और पार्टी को पुनर्गठित करेंगे, ताकि लोकसभा चुनाव में वापसी कर सके

साल 2018 की तुलना में बढ़ा मतदान का प्रतिशत

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. निर्वाचन अधिकारियों ने गुरुवार (11 मई) को अंतिम आंकड़े साझा करते हुआ इसे रिकॉर्ड मतदान करार दिया. दरअसल राज्य में 224 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार 10 मई को वोट डाले गए थे. कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन कार्यालय (सीईओ) ने कहा, “कर्नाटक ने अपने लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अंतिम मतदान 73.19 प्रतिशत दर्ज किया गया.”

निर्वाचन आयोग (ईसी) ने बुधवार (10 मई) रात कहा था, “कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा और 58,545 मतदान केंद्रों में से किसी में भी पुनर्मतदान के संकेत नहीं मिले हैं.” कर्नाटक ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 72.36 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. उस चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा बनी थी, जिसमें बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी, लेकिन बहुमत के आंकड़े से थोड़ी दूर रह गई थी.

कुल 2,615 उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे

कर्नाटक के 224 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2,615 उम्मीदवारों मैदान में थे. उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष, 184 महिलाएं और एक उम्मीदवार अन्य लिंग से हैं. कुल 5,31,33,054 मतदाताओं ने यहां 10 मई को विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की किस्मत की हार -जीत का फैसला ईवीएम में दर्ज किया था.

शनिवार 13 मई को इसी का खुलासा होना जा रहा है. इन मतदाताओं में 2,67,28,053 पुरुष तो 2,64,00,074 महिला मतदाता शामिल रहे. इसमें 11,71,558 युवा मतदाता थे तो 5,71,281 दिव्यांग और 12,15,920 मतदाता 80 वर्ष से अधिक उम्र के  रहे. 

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