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Varanasi: कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष और वाराणसी निवासी पूर्व मंत्री अजय राय ने शुक्रवार को प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था के मसले पर घेरने के चक्कर में एक गंभीर चूक कर दी। उन्होंने वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र की एक दुष्कर्म पीड़िता का आरोपियों द्वारा बनाया गया वीडियो ही ट्वीट कर दिया। ट्विटर पर किरकिरी होने के बाद कांग्रेस नेता को उनकी बड़ी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया। इस बीच ट्विटर यूजर्स ने अजय राय की बड़ी गलती पर उन्हें जमकर आड़े हाथों लिया।

यह था अजय राय का ट्वीट

कांग्रेस नेता अजय राय ने ट्वीट किया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जिला वाराणसी के पिंडरा विधानसभा का यह वीडियो इंसानियत को शर्मसार करने वाला है। ट्रिपल इंजन की सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।” इस ट्वीट के साथ अजय राय ने गैंगरेप के चार आरोपियों द्वारा पीड़िता का सोशल मीडिया पर वायरल किया गया वीडियो भी पोस्ट कर दिया। गौरतलब है कि दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करना आपराधिक कृत्य की श्रेणी में आता है और भारतीय दंड संहिता (IPC) में इसके लिए दंड का प्रावधान है।
वहीं, वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस की अजय राय के ट्वीट पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसके साथ ही अजय राय की ओर से भी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि उनसे ऐसी बड़ी चूक कैसे और क्यों हुई?

यह था गैंगरेप का मामला

वाराणसी में 19 मई को गंगा आरती देखकर घर लौट रही किशोरी से बाबतपुर के पास सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। चार युवकों ने मिलकर उसे दबोच लिया और खेत में लेजाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया। एक युवक उसे अपनी बाइक पर बैठा कर उसके गांव के समीप छोड़ गया और धमकाया कि घटना के संबंध में किसी से कुछ बताने पर वीडियो वायरल कर देंगे। वीडियो जब वायरल हुआ तो गुरुवार को थाने पहुंची किशोरी ने फूलपुर के गोलू गोंड, नानक पटेल, सूरज गोंड, अमजद खान के खिलाफ केस दर्ज कराया। हालांकि चारो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।

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