वाशिंगटन: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 6 दिन के अमेरिका दौरे पर गए हैं। उनकी ये विदेशी यात्रा पहले ही चर्चा का केंद्र बन चुकी है। इस बीच, बुधवार को उन्होंने सिलिकॉन वैली स्थित स्टार्टअप उद्यमियों के साथ बातचीत की। जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक तकनीकों के क्षेत्र में अग्रणी काम करने के लिए जाना जाता है. बताया जा रहा है कि राहुल ने डाटा सुरक्षा को अहम बताते हुए भारत सरकार पर एक बार फिर उनके फोन टैप करने का आरोप लगाया, इस दौरान पेगासस स्पाईवेयर पर चर्चा करते हुए राहुल ने कहा- मुझे पता है कि मेरा फोन टैप हो रहा है। इसके बाद उन्होंने अपना फोन उठाया और बोले-हैलो मिस्टर मोदी।
डाटा सुरक्षा पर जोर
राहुल गांधी ने डाटा सुरक्षा और उचित नियमों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डाटा एक नया सोना है। भारत ने इसकी वास्तविक क्षमता का अहसास किया है। इसकी सुरक्षा के लिए उचित उपाय करने चाहिए। वहीं, पेगासस स्पाइवेयर और इस तरह की तकनीकों के मुद्दे पर गांधी ने कहा कि वह इसके बारे में चिंतित नहीं हैं
राहुल गांधी ने कहा- देश में लोकतंत्र पर जंग छिड़ी
यात्रा के दौरान बुधवार शाम को राहुल गांधी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां उन्होंने छात्रों से कहा- भारत में लोकतंत्र को लेकर जंग छिड़ी हुई है। राहुल ने अपनी सांसदी जाने पर कहा कि मैं 2004 में राजनीति में आया था। तब मैंने ये नहीं सोचा था कि कुछ बोलने भर से सांसदी जा सकती है। मैं शायद पहला इंसान हूं जिसे अवमानना की इतनी बड़ी सजा मिली है, लेकिन अब मुझे लगता है कि संसद में बैठे रहने के मुकाबले अब ज्यादा मौके मिलेंगे। राहुल ने कहा- लोकतंत्र में संस्थाओं को खतरे में देखकर हमने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी। कोई भी संस्था अपने मुताबिक काम नहीं कर पा रही है। लोकतंत्र का मतलब सिर्फ विपक्ष का होना नहीं होता, बल्कि लोकतंत्र का मतलब होता है कि संस्थाएं विपक्ष का साथ दें।
इन मुद्दों पर बात
इस दौरान प्लग एंड प्ले एडिटोरियम में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और भारत से आए अन्य सहयोगी भी मौजूद थे। यहां राहुल गांधी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डाटा, मशीन लर्निंग के विभिन्न पहलुओं और सामान्य रूप से मानव जाति पर उनके प्रभाव, सामाजिक कल्याण उपायों और गलत सूचना जैसे मुद्दों पर विशेषज्ञों से चर्चा की।