वाराणसी: काशी रेलवे स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रस्तावित स्टेशन के निर्माण की प्रक्रिया में बाधक अनाधिकृत रूप से अवैध निर्माण को रेल अधिकारियों, आरपीएफ और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जमींदोज कर दिया। अवैध निर्माण के अभियान में चार एकड़ जमीन पर बने मकानों के कब्जो को ढहा दिया गया। बुलडोजर चलने से पहले लोगों ने हल्का विरोध किया लेकिन वह आशियाना और जमीन बचाने की लड़ाई हारने के कारण पीछे हट गए। बुलडोजर आगे बढ़ा तो रिहायशी इलाके को मैदान बनाकर ही लौटा।
काशी स्टेशन के प्रस्तावित मॉडल के लिए रेल प्रशासन को साढ़े चार एकड़ जमीन से अतिक्रमण मुक्त करानी है। अतिक्रमणकारियों को रेल प्रशासन की ओर से पहले से नोटिस दिया जा रहा था, लेकिन अतिक्रमणकारी खाली नहीं कर रहे थे। रेल प्रशासन ने आरपीएफ, आदमपुर पुलिस के साथ टोटो पर माइक लगाकर अतिक्रमण क्षेत्र में एनाउंस कराया। अतिक्रमणकारियों को बुधवार की सुबह अपने-अपने कच्चे-पक्के मकानों से सामानों के साथ हटाया। अतिक्रमण भदऊं चुंगी से लेकर किला कालोनी तक हटाना है, जिसमें पहले दिन पुलिस ने अतिक्रमण को ध्वस्त किया
36 एकड़ भूमि में बनेगा स्टेशन
रेलवे प्रशासन काशी स्टेशन और आसपास की 36 एकड़ भूमि पर इंटरमाडल स्टेशन बनाने जा रहा है। साढ़े चार एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा है, प्रशासन ने जिला पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। योजना के तहत काशी रेलवे स्टेशन और उसके आसपास तीन मंजिला इंटर मॉडल स्टेशन काशी बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
फोर्स देख सुरक्षित स्थान जाने लगे लोग
अतिक्रमण हटाने के दौरान पांच जेसीबी, दो प्लाटून पीएसी के साथ एसीपी कोतवाली, भेलूपुर आदमपुर और जैतपुरा थानों की फोर्स मौके पर मौजूद रही। आरपीएफ के असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर एमएम यादव रेलवे सुरक्षा बल के साथ मौजूद थे। मकानों में मौजूद लोग आनन-फ़ानन में वाहनों से अपने-अपने सामान लेकर जाते नजर आए।