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Varanasi: वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास नव निर्मित दशाश्वमेध भवन सावन से पहले गुलजार होगा। काशी विश्वनाथ के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को 28 राज्यों का भोजन मिलेगा। गंगा किनारे बने इस भवन को व्यवसायिक केंद्र की तरह विकसित किया गया है। जहां बनारस की हर आम और खास चीजें मिलेंगी। तीन मंजिला भवन में 187 दुकानें हैं, जिसमें कैफे, फूड कोर्ट वाले रेस्टोरेंट में उपवास रखने वालों के लिए फलाहार का इंतजाम किया जाएगा। दशाश्वमेध घाट के पास वर्षों से पड़ी अनुपयोगी जगह को उपयोग में लाकर सरकार इसे गुलजार करने जा रही है। नवनिर्मित दशाश्वमेध भवन में जल्द ही मल्टी कुजिन रेस्टोरेंट खुलने वाला है। काशी का एहसास देने वाले इंटीरियर के साथ ही पर्यटक बनारसी पूड़ी-कचौड़ी, चाट, लस्सी और ठंडाई का भी आनंद ले सकेंगे।

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद दूसरा रेस्टुरेंट

हाल ही में सरकार की पहल पर उडुपी टू मुंबई रेस्टुरेंट चेन ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में एक ऐसा ही रेस्टुरेंट खोला है। अब शासन के मंशा के अनुरूप एक ऐसा ही रेस्टोरेंट उडुपी टू मुंबई दशाश्वमेध प्लाजा में खोला जाएगा। चेयरमैन शिव चंद्र शेट्टी ने बताया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के बाद ये उनका दूसरा रेस्टोरेंट होगा। यहां देश के सभी प्रदेशों का खास व्यंजन परोसा जाएगा। उपवास में भी भक्तों को व्रत का खाना व फलहार मिलेगा। भवन के रूफ टाफ पर कैफे भी होगा।

हर दिन बदलता जा रहा बनारस

पर्यटन से जुड़े लोगों की माने तो इस तरह के परिसर से विकास के नए आयाम को काशी छूती जा रही है। ​​​​​​अत्याधुनिक और सुख सुविधाओं के साथ देश के लिए मॉडल शहर बनती जा रही है। इसकी बानगी दशाश्वमेध घाट के पास दशाश्वमेध भवन की इमारत है। जो घाट के किनारे सदियों से खड़े मान मंदिर भवन के वास्तु से मिलती जुलती है। परिसर का काम अब अंतिम चरण में है और जल्द ही इसका लोकार्पण किया जाएगा। इसके अलावा पर्यटकों और दर्शनाथियों को लुभाने के लिए सरकार के करोड़ों के प्रोजेक्ट अंतिम चरण में हैं।

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