Varanasi News : वाराणसी में रोपवे प्रोजेक्ट के सेकेंड फेज का प्लान तैयार कर लिया गया है। इसका खाका वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने तैयार कर लिया है। प्राधिकरण के अनुसार, अब सारनाथ, सिटी स्टेशन, नमो घाट, पड़ाव, BHU और रामनगर को भी रोपवे से जोड़ा जाएगा। दूसरे फेज के रोपवे रूट में केबल कार कैंट से सिटी स्टेशन, सिटी स्टेशन से सारनाथ, सिटी स्टेशन से नमो घाट, नमो घाट से गंगा पार कर पड़ाव, रथयात्रा से BHU और BHU से रामनगर तक जाएगी। यानी कि 12KM के कुल 6 रूटों का प्लान तैयार किया गया है।

शहर की यातायात को सुगम बनाने और पर्यटकों को जाम से निजात दिलाने के लिए कैंट से गोदौलिया के बीच रोपवे का निर्माण कराया जा रहा है। यह काम जैसे ही पूरा होगा, वैसे ही नमो घाट, सारनाथ, पड़ाव और रामनगर तक रोपवे का विस्तार किया जाएगा। इसका प्रस्ताव भी वीडीए प्रशासन ने बना लिया है। वीडीए टाउन प्लानर मनोज कुमार ने बताया कि नए 6 रूटों वाले रोपवे प्लान का प्रपोजल स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास चला गया है।
डेढ़ साल में पूरा होगा पहले फेज का काम

वाराणसी रेलवे स्टेशन से गोदौलिया तक 3.8 KM लंबाई वाला यह रोप-वे सड़क से 50 मीटर यानी 164 फीट की ऊंचाई पर दौड़ेगा। यह करीब डेढ़ साल में बनकर तैयार होगा। इसमें 644 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। हर डेढ़ से दो मिनट पर यात्रियों के लिए केबल कार मिलेगी। एक केबल कार में 10 पैसेंजर सवार होंगे। रोप-वे का संचालन 16 घंटे होगा। रोप-वे से कैंट जंक्शन से गोदौलिया तक जाने में महज 16 मिनट लगेंगे। अभी ऑटो रिक्शा या बाइक से जाने में भारी ट्रैफिक होता है। इस कारण करीब 45 मिनट लगते हैं।
न लगेगी गर्मी न बारिश का असर
रोपवे यात्रियों के लिए काफी सुविधाजनक होगी। इसमें न तो बारिश की दिक्कत और न ही गर्मी होगी। केबल कार की सतह कुछ ऐसे डिजाइन की गई है कि सूरज की 100% रोशनी रिफ्लेक्ट हो जाएगी। वहीं, बंद होने की वजह से बारिश में कोई यात्री भीगेंगे भी नहीं। हर मौसम में सफर आरामदायक होगा। दिव्यांगों को केबल कार में बैठने के लिए खास व्यवस्था की गई है।