Varanasi News : ज्ञानवापी परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का आज 20वां दिन है। जिला जज के आदेश और सुप्रीमकोर्ट-हाईकोर्ट की सहमति के बाद एएसआई के अधिकारी सर्वे कर रहे हैं। आज सुबह करीब साढ़े 8 बजे सर्वे टीम काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार से ज्ञानवापी में दाखिल हुई। शाम पांच बजे तक सर्वे होगा। दोपहर में नमाज और लंच ब्रेक के लिए सर्वे की प्रक्रिया को रोका जाएगा।

बुधवार को कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच एएसआई की 30 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी पहुंची। मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद टीम के सदस्यों को अंदर प्रवेश दिया गया। मुख्य गेट पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पैरामिलिट्री और एनएसजी और एटीएस समेत कमिश्नरेट पुलिस की टीमों की तैनाती है। अब सभी को स्पेशल टीम के आने का इंतजार है, जो जीपीआर सर्वे को पूरा करेगी।
19 दिनों में 116 घंटे टीम ने बहाया पसीना
ज्ञानवापी में 19 दिन में 116 घंटे सर्वे करने वाली ASI टीम में 30 सदस्य शामिल रहे। अब तक 116 घंटे पसीना बहाने वाली ASI टीम के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं, जिनकी साइंटिफिक जांच जारी है। दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी बड़े राज से पर्दा उठाएंगे। एएसआई टीम 19वें दिन का सर्वे के लिए स्थानों का चिह्नांकन कर रही है।
बुधवार सुबह 9 बजे टीम के अधिकारी और कर्मी गेस्ट हाउस से ज्ञानवापी पहुंचे। टीम ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर के सर्वे में ASI की टीम जुट गई। मस्जिद परिसर की पूरी पैमाइश के बाद केवल जीपीआर पर काम कर रही है। उसका फोकस उन अलग-अलग स्थानों पर बरकरार है, जहां से ऐतिहासिक साक्ष्य संकलित किए जा सके।
ज्ञानवापी के सर्वे में शामिल हुई हैदराबाद की जीपीआर टीम
ज्ञानवापी के सर्वे में हैदराबाद की ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) की टीम भी शामिल हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं एक-दो दिनों में आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की टीम भी आ सकती है। जल्द ही जीपीआर तकनीक से सर्वे शुरू हो सकता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम ने 19वें दिन मंगलवार को भी ज्ञानवापी में सर्वे का काम जारी रखा। कड़ी सुरक्षा के बीच टीम काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के पास पहुंची, फिर ज्ञानवापी परिसर तक गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के अनुसार दोनों पक्षों और उनके अधिवक्ताओं की मौजूदगी में सर्वे का काम शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। सर्वे का काम पूरा होगा, फिर एएसआई रिपोर्ट जिला जज की अदालक के समक्ष पेश करेगी।
टीम ने चार सेक्टर में बांटा परिसर
ज्ञानवापी परिसर को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश, अंदर मिलने वाली आकृतियों और दीवारों की कलाकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। दो टीमें तहखाने और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी है। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।