पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को शुक्रवार (12 मई) को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिली, उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट केस में हाई कोर्ट ने दो हफ्ते के लिए जमानत दी है। इमरान खान की केस की सुनवाई के लिए तीन जजों की बेंच मौजूद थी शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें कुछ शर्तों के साथ बेल दी। दूसरी तरफ, हाईकोर्ट के बाहर पंजाब पुलिस और रेंजर्स की टीम चार दूसरे केसों में खान की गिरफ्तारी के लिए तैयार खड़ी है।
हमें मिली खबर के मुताबिक – इमरान को इसकी भनक लगी तो उन्होंने अपने वकील के मोबाइल से एक मीडिया पर्सन से बात की। कहा- अगर अब गिरफ्तारी की हरकत हुई तो फिर बवाल होगा, इसके लिए मुझे जिम्मेदार न ठहराएं।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अल कादिर ट्रस्ट स्कैम में इमरान की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताते हुए फौरन रिहाई के आदेश दिए थे। उनसे कहा गया था कि वो शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से बेल लें।
शाहबाज बोले- ऐसा चीफ जस्टिस नहीं देखा
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कैबिनेट मीटिंग की। कहा- इमरान खान नियाजी चाहता है कि पाकिस्तान हर सूरत में डिफॉल्ट हो जाए। 1971 में मुल्क दो टुकड़े हुआ था। फिर बेनजीर का कत्ल हुआ। सबको मालूम था कि कौन गुनहगार है। इसके बावजूद फौज के ठिकानों पर हमले नहीं हुए। फिर हमने 9 मई को ये हमले भी देख लिए। इमरान खान नियाजी अदालतों का कितना लाडला है, जरा गुरुवार का मंजर याद कीजिए। चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान उमर अता बंदियाल ने उससे खुद उठकर कहा- आपको देखकर बहुत खुशी हो रही है। ये हिस्ट्री में कभी नहीं हुआ।
ये देश मेरा है- इमरान खान
इमरान खान ने अल-कादिर ट्रस्ट मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि कुछ भी हो जाए देश नहीं छोड़ूंगा. ये मेरा देश है, ये मेरी आर्मी है, ये मेरे लोग हैं. इसे पहले इमरान खान को मंगलवार (9 मई) को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से पाक रेंजर्स की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के बाद से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया थी, जिसके बाद PTI कार्यकर्ताओं ने देश के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी की थी. इसके बाद कल गुरुवार 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने इमरान की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए रिहा करने का आदेश दिया था.
इमरान खान के रिहाई वाले आदेश पर पीएम शहबाज शरीफ के मंत्रियों ने नाराजगी जताई थी. पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने सुप्रीम कोर्ट के जज को यहां तक दिया कि जैसे आज पाकिस्तान जल रहा है वैसे ही कल आपका घर जलेगा. इसके अलावा PML-N की नेता मरियम नवाज शरीफ ने भी सुप्रीम कोर्ट के इमरान खान के रिहा वाले फैसले पर कहा था कि आपने एक क्रिमिनल को रिहा करने का आदेश दिया है.
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस, जिसमें फंसे इमरान
सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले। होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।