Varanasi: वाराणसी में आज सोमवार को ज्ञानवापी मामले से जुड़े 2 अहम केस की कोर्ट में सुनवाई थी। पहला मामला ज्ञानवापी के संपूर्ण परिसर के साइंटिफिक सर्वे का है। इसमें मुस्लिम पक्ष ने अपनी आपत्तियां दाखिल की। कोर्ट से आपत्तियां स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तारीख 7 जुलाई तय की है।
दूसरा मामला कॉन्सॉलिडेशन से जुड़ा है। इसमें 7 एक ही तरह के मामलों की एक ही साथ सुनवाई को लेकर कोर्ट शाम 5 बजे तक आदेश सुना सकता है। कोर्ट सभी केसों को एक साथ सुनने या उनका शेड्यूल तय करेगा। ज्ञानवापी से जुड़े एक समान 7 मामलों को क्लब करने पर शाम 5 बजे कोर्ट फैसला सुनाएगी।
दरअसल, 19 मई को ही वाराणसी कोर्ट में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमिटी को साइंटिफिक सर्वे के लिए आपत्तियां दाखिल करनी थी लेकिन उसी दिन ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के चलते आपत्ति नहीं दर्ज नहीं हो पाई थी। आज सोमवार को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमिटी ने वाराणसी कोर्ट में आपत्ति दाखिल की है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कथित शिवलिंग के कार्बन डेटिंग की मांग पर रोक लगा दी थी।
वहीं ज्ञानवापी से जुड़ी 7 एक समान याचिकाओं पर जिला जज अजय कुमार विश्वेश की अदालत में सुनवाई होगी कि क्या इन सभी मामलों को एक ही साथ सुना जा सकता है। 17 अप्रैल को जिला अदालत के आदेश के बाद पहली बार 6 सिविल कोर्ट और एक फास्ट ट्रैक कोर्ट से सभी 7 याचिकाओं को निकालकर जिला जज के सामने एक साथ रखा गया था।
विष्णु जैन का कहना है कि केवल शिवलिंग वाली आकृति ही नहीं, बल्कि पूरे परिसर की साइंटिफिक जांच होगी, तो एक-एक सच्चाई बाहर निकलकर आएगी। भगवान आदि विश्वेश्वर के मंदिर को तोड़कर कब मस्जिद बनाई गई, तीन गुंबद के नीचे मंदिर के शिखर हैं और वेस्टर्न वाल की आदि जांच हो। पूरा परिसर हिंदू मंदिर का है।